
जब बात टेस्ट क्रिकेट की होती है, तो अक्सर लोग गंभीरता, तकनीक और धैर्य की बात करते हैं। लेकिन अगर कोई खिलाड़ी इस फॉर्मेट में भी दर्शकों को कुर्सी से बांधे रखने की ताकत रखता है, तो वो है ऋषभ पन्त।
कोहली के बाद टेस्ट में सबसे ज्यादा रोमांचक चेहरा
विराट कोहली के बाद अगर कोई भारतीय खिलाड़ी टेस्ट मैच में दर्शकों की धड़कनें बढ़ा देता है, तो वो है ऋषभ पन्त। पन्त की बल्लेबाजी देखने का मतलब है कि आप एक सेकंड के लिए भी टीवी से नजर नहीं हटा सकते। उनके हर शॉट में या तो रोमांच होता है, या जोखिम – और कभी-कभी दोनों!
नमूना नंबर 1: कप्तान स्टोक्स को चौंकाना
सोचिए, इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने जब यशस्वी जायसवाल को क्लीन बोल्ड किया, तब मैदान पर हलचल थी। सामने आए पन्त – और स्टोक्स ने उन्हें घेरने के लिए आक्रामक फील्डिंग लगाई। लेकिन पन्त तो पन्त हैं! दूसरी ही गेंद पर क्रीज़ छोड़कर स्टोक्स के सिर के ऊपर से शानदार चौका जड़ दिया। स्टोक्स खुद हँस पड़े – मानो कह रहे हों, “ये तो मेरे प्लान में था ही नहीं!”
नमूना नंबर 2: जब बाकी बल्लेबाज़ बचते हैं, पन्त हमला करते हैं
दिन का आखिरी ओवर चल रहा था। आम बल्लेबाज़ सोचते हैं – “बस, ये ओवर निकाल दो, आउट नहीं होना है।” लेकिन पन्त अलग सोचते हैं। वो वही करते हैं जिसकी गेंदबाज़ को उम्मीद नहीं होती। पहली ही गेंद पर आगे बढ़े और डीप स्क्वेयर लेग पर गगनचुंबी छक्का! वोक्स हैरान रह गए, और स्टोक्स एक बार फिर मुस्कुराते दिखे।
टेस्ट क्रिकेट में “पन्त फैक्टर”
कुछ क्रिकेट प्रेमी कहते हैं कि पन्त का अंदाज़ लापरवाह है। लेकिन ध्यान दीजिए – इसी अंदाज़ ने उन्हें वहां पहुंचाया है जहाँ आज वे हैं। श्रीलंका के कुमार संगकारा के बाद विदेशी पिचों पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले एशियाई विकेटकीपर बनने का रिकॉर्ड ऋषभ पन्त के नाम है। ये कोई मज़ाक नहीं!
और हाँ, पन्त केवल छक्के-चौकों तक सीमित नहीं हैं। उनका डिफेंस भी उतना ही मजबूत है। टेस्ट क्रिकेट में बिना मजबूत तकनीक के कोई खिलाड़ी टिक ही नहीं सकता।
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निष्कर्ष:
ऋषभ पन्त टेस्ट क्रिकेट के लिए एक वरदान हैं। वे न केवल मैच को तेज़ करते हैं, बल्कि दर्शकों को भी खेल से जोड़ कर रखते हैं। उनका क्रिकेट सिर्फ रन बनाने का तरीका नहीं है – वो एक एंटरटेनमेंट शो है, जो हर बार कुछ नया लेकर आता है। पन्त की बल्लेबाज़ी में जोखिम है, पर वही रोमांच का असली कारण भी है।
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