
क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ी खबर है — इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने हाल ही में क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी-20) के लिए 6 अहम नियमों में बदलाव किया है। ये बदलाव न केवल खेल को तेज़ और निष्पक्ष बनाएंगे, बल्कि दर्शकों के लिए भी इसे और रोमांचक अनुभव में बदल देंगे।
नए नियम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 में लागू हो चुके हैं, और सीमित ओवरों वाले फॉर्मेट (वनडे और T20) में ये 2 जुलाई 2025 से लागू होंगे। आइए जानते हैं इन नियमों को आसान भाषा में:
✅ 1. अब ‘स्टॉप क्लॉक’ से चलेगा टेस्ट क्रिकेट
टेस्ट क्रिकेट में अब फील्डिंग टीम को हर ओवर शुरू करने के लिए सिर्फ 60 सेकंड का समय मिलेगा।
• अगर देरी होती है, तो दो बार चेतावनी दी जाएगी।
• तीसरी बार देरी होने पर 5 रन की पेनल्टी लगेगी।
📌 टी-20 और वनडे में यह नियम पहले से लागू है। अब टेस्ट में भी आ गया है।
✅ 2. ‘जानबूझकर शॉर्ट रन’ लेने पर अब खेल बदल जाएगा
अगर कोई बल्लेबाज जानबूझकर पूरा रन नहीं दौड़ता (short run),
• तो अंपायर फील्डिंग टीम से पूछेंगे कि स्ट्राइक पर कौन-सा बल्लेबाज चाहिए।
• साथ ही 5 रन की पेनल्टी भी बरकरार रहेगी।
📌 अब फील्डिंग टीम को भी रणनीति में भागीदारी का मौका मिलेगा।
✅ 3. लार (सलाइवा) पर बैन जारी, लेकिन अब लचीलापन भी
गेंद पर लार लगाने पर अब भी प्रतिबंध जारी रहेगा। लेकिन अगर गलती से लग जाए:
• तो हर बार गेंद नहीं बदली जाएगी।
• अंपायर देखेंगे कि गेंद पर असर हुआ है या नहीं।
📌 अब यह नियम अंपायर की समझ और गेंद की स्थिति पर निर्भर करेगा।
✅ 4. कैच गलत, लेकिन LBW हो सकता है आउट!
अगर किसी कैच पर DRS लिया गया और वह गलत निकला,
• लेकिन गेंद बैटर के पैड पर लगी थी,
• तो टीवी अंपायर अब LBW की भी जांच करेगा।
• अगर वो आउट है तो बल्लेबाज को आउट दिया जाएगा।
📌 अब एक रिव्यू में दो फैसलों की पुष्टि संभव होगी।
✅ 5. सॉफ्ट सिग्नल खत्म: नो बॉल पर नया नियम
अब सॉफ्ट सिग्नल (on-field अंपायर का इशारा) पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है।
• अगर नो-बॉल पर कैच हुआ, तो कैच की जांच भी की जाएगी।
• अगर कैच सही है – बल्लेबाज़ आउट + नो बॉल का 1 रन मिलेगा।
• अगर कैच गलत है – नो बॉल का रन + दौड़े गए रन मिलेंगे।
📌 पहले नो बॉल के कारण कैच पर ध्यान नहीं दिया जाता था, अब दिया जाएगा।
✅ 6. वनडे में डेथ ओवर्स के लिए नई गेंद
अब वनडे क्रिकेट में 35वें ओवर के बाद केवल एक नई गेंद का उपयोग होगा।
• पहले 2 नई गेंदों का इस्तेमाल होता था (एक-एक हर छोर से)।
• अब डेथ ओवर्स में तेज गेंदबाज़ों को अधिक स्विंग और बाउंस मिलेगी।
📌 इससे मैच का अंत और भी दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
📌 ये बदलाव क्यों जरूरी थे?
ICC का मकसद स्पष्ट है:
• क्रिकेट को तेज़ और रणनीतिक बनाना।
• दर्शकों को बेहतर अनुभव देना।
• खिलाड़ियों को जिम्मेदारी के साथ खेल में उतारना।
🔚 खेल बदलेगा, खिलाड़ी भी बदलेंगे
क्रिकेट का यह नया युग खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों के लिए एक नई चुनौती और रोमांच लेकर आया है। ICC का यह कदम न केवल खेल को ज़्यादा न्यायसंगत बनाएगा, बल्कि भविष्य में क्रिकेट को ग्लोबल स्पोर्ट्स एंटरटेनमेंट में एक मजबूत मुकाम देगा।
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क्या आपको ये नए नियम पसंद आए?
नीचे कमेंट में बताइए कि कौन-सा बदलाव सबसे शानदार है!
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