
‘सरदारजी 3’ का नाम इन दिनों सुर्खियों में है। कारण सिर्फ दिलजीत दोसांझ की फिल्म का नया पार्ट नहीं, बल्कि एक ऐसी कास्टिंग जिसने भारत-पाकिस्तान के तनाव के बीच एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।
इस फिल्म में एक पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर को लीड रोल में लिया गया है। इसके चलते दिलजीत दोसांझ को सोशल मीडिया पर जबरदस्त ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। वहीं कई इंडस्ट्री बॉडीज़ और लोगों ने इस फिल्म पर बैन की मांग तक कर डाली। आइए जानते हैं, कौन हैं हानिया आमिर और क्यों दिलजीत दोसांझ उनके समर्थन में पूरी मजबूती से खड़े नजर आए।
कौन हैं हानिया आमिर?
28 वर्षीय हानिया आमिर पाकिस्तान की मशहूर एक्ट्रेस और मॉडल हैं। उन्होंने कई सुपरहिट पाकिस्तानी फिल्मों और टीवी सीरियल्स में काम किया है। हानिया मेबेलिन न्यूयॉर्क जैसी इंटरनेशनल ब्रांड की एम्बेसडर भी रह चुकी हैं और इंस्टाग्राम पर उनके सबसे ज्यादा फॉलोअर्स हैं किसी पाकिस्तानी एक्ट्रेस के मुकाबले।
2024 में उन्हें ईस्टर्न आई की टॉप 50 एशियन स्टार्स लिस्ट में भी शामिल किया गया था। उनका नाम पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक के साथ भी रोमांटिक चर्चाओं में आ चुका है।
विवाद की जड़: फिल्म सरदारजी 3
दिलजीत दोसांझ की अपकमिंग पंजाबी फिल्म ‘सरदारजी 3’ में हानिया आमिर को बतौर लीड एक्ट्रेस लिया गया है। उनके साथ नीरू बाजवा भी फिल्म में हैं। फिल्म की शूटिंग फरवरी 2024 में पूरी कर ली गई थी, यानी भारत-पाक के बीच अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले से पहले।
हालांकि, जैसे ही ये खबर सामने आई कि फिल्म में एक पाकिस्तानी एक्ट्रेस हैं, भारत में सोशल मीडिया पर नाराजगी फैल गई। खासकर पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद भारत की जवाबी कार्यवाही ऑपरेशन सिंदूर के चलते माहौल बेहद संवेदनशील हो गया।
दिलजीत दोसांझ पर बैन की मांग
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर दिलजीत दोसांझ पर बैन लगाने, उनका पासपोर्ट रद्द करने और नागरिकता खत्म करने तक की मांग कर डाली। उन्होंने पाकिस्तानी आर्टिस्ट को फिल्म में लेने पर कड़ा ऐतराज़ जताया।
दिलजीत का जवाब: “सब कुछ शूटिंग से पहले हुआ था”
दिलजीत दोसांझ ने बीबीसी एशियन नेटवर्क को दिए इंटरव्यू में कहा:
“जब तक फिल्म बनी, तब तक सब कुछ ठीक था। फिल्म की शूटिंग फरवरी में पूरी हो गई थी। जो कुछ भी उसके बाद हुआ, वो हमारे हाथ में नहीं था।”
दिलजीत ने साफ किया कि यह कोई राजनीतिक स्टैंड नहीं है, बल्कि यह एक प्रोफेशनल प्रोजेक्ट है, जिसमें सभी फैसले पहले ही हो चुके थे।
उन्होंने हानिया की तारीफ करते हुए कहा:
“हानिया बहुत प्रोफेशनल हैं। मैं उनके काम की इज्जत करता हूं और हमेशा सभी की प्राइवेसी का सम्मान करता हूं।”
फिल्म भारत में नहीं होगी रिलीज़
प्रोड्यूसर गुणबीर सिंह सिद्धू और प्रोडक्शन हाउस White Hill Music ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि मौजूदा हालातों को देखते हुए उन्होंने फिल्म को भारत में रिलीज़ नहीं करने का फैसला किया है। लेकिन फिल्म को दुनिया के बाकी देशों में 27 जून को ही रिलीज़ किया गया।
उनका बयान था:
“फिल्म की शूटिंग उस समय की गई थी जब हालात सामान्य थे। हम देशवासियों की भावनाओं का सम्मान करते हैं और इसलिए भारत में रिलीज़ फिलहाल टाल दी गई है।”
सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
इस मामले पर सोशल मीडिया दो धड़ों में बंट गया है:
• कुछ लोग फिल्म को भारत में न रिलीज़ करने के फैसले का समर्थन कर रहे हैं।
• जबकि कुछ लोग कह रहे हैं कि सिर्फ रिलीज़ रोकने से कुछ नहीं होगा, हानिया आमिर के हिस्सों को पूरी तरह से हटाया जाना चाहिए था।
वहीं पंजाबी सिंगर बी प्राक ने बिना नाम लिए इंस्टा स्टोरी में कहा:
“क्यों आर्टिस्ट अपना ज़मीर बेच चुके ने, फिटे मुंह तुआडे।”
इस बयान को लेकर अटकलें हैं कि उनका इशारा सीधे दिलजीत की ओर था।
राखी सावंत और हानिया आमिर की दोस्ती
इस विवाद के बीच राखी सावंत हानिया के समर्थन में आ गईं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया:
“Congratulations my sweetheart Hania Aamir. I’m so happy you’re finally in Bollywood. And congrats to Diljit Dosanjh for Sardarji 3.”
नतीजा क्या निकला?
फिलहाल, फिल्म ‘सरदारजी 3’ भारत में रिलीज़ नहीं हो रही, लेकिन विदेशों में यह रिलीज़ हो चुकी है। दिलजीत दोसांझ का यह स्टैंड दिखाता है कि वे अपने प्रोजेक्ट्स के प्रति ईमानदार हैं, लेकिन उन्होंने यह भी साफ किया कि वे किसी राजनीतिक बयान का हिस्सा नहीं बनना चाहते।
‘सरदारजी 3’ का विवाद एक बार फिर यह सवाल उठाता है कि क्या कला और कलाकारों को सीमाओं और राजनीति से ऊपर रखा जाना चाहिए?
जहां एक ओर दिलजीत दोसांझ ने अपनी फिल्म और टीम के साथ खड़े होकर प्रोफेशनलिज़्म दिखाया, वहीं इस पूरे घटनाक्रम ने भारतीय दर्शकों की संवेदनशीलता और देशभक्ति को भी उजागर किया है।
फिल्म रिलीज़ हो या न हो, लेकिन यह बहस अभी थमी नहीं है — कि जब देश का माहौल संवेदनशील हो, तब आर्ट वर्सेज़ नेशन में किसका पलड़ा भारी होना चाहिए?