
यूपी में फिल्म नगरी का नया सूर्योदय
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जो बदलाव हो रहे हैं, उनमें से सबसे क्रांतिकारी कदम है — उत्तर प्रदेश फिल्म सिटी की स्थापना। नोएडा में बन रही यह आधुनिकतम फिल्म सिटी सिर्फ एक स्टूडियो नहीं, बल्कि एक पूरी फिल्म इंडस्ट्री का आत्मनिर्भर शहर बनने जा रही है। सवाल अब यह नहीं है कि ये सिटी बनेगी या नहीं, बल्कि यह है कि क्या मुंबई की फिल्म इंडस्ट्री अब इतिहास बन जाएगी?
फिल्म सिटी का सपना नहीं, हकीकत गढ़ रहे हैं योगी
यह कोई चुनावी वादा नहीं बल्कि ज़मीन पर उतरता हुआ एक मजबूत विजन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की “अकल्पनीय सोच” के तहत यह फिल्म सिटी अगले 18 महीनों में अपनी पहली झलक पेश करेगी। और इसके बाद जो होगा, वह यूपी की कला, संस्कृति और अर्थव्यवस्था—तीनों का कायाकल्प कर देगा।
ये कोई साधारण सेटअप नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक उदाहरण बनने जा रहा है
1. रियलिस्टिक और वर्सेटाइल शूटिंग लोकेशन्स
• गाँव का पूरा सेटअप: कुआं, खेत, गाय, बैल, तालाब, झोपड़ियां – जैसे असली गाँव को कैमरे में उतारना।
• आधुनिकता का स्पर्श: बड़े ऑफिस बिल्डिंग, हाईराइज़ अपार्टमेंट्स, हेलीकॉप्टर के लिए रियल हैलीपैड – जो अब तक केवल फिल्मों में देखा था।
• इंडियन सिनेमा के फेवरेट सेट्स: मंदिर, पुराना किला, स्कूल, पुलिस स्टेशन, अस्पताल, सब कुछ एक ही कैंपस में।
2. ट्रांसपोर्ट और एक्शन सीन की पूरी तैयारी
• बस, ट्रक, ट्रेन, सड़क पर स्टंट सीन के लिए खास ट्रैक और सेफ्टी गियर।
• एयरपोर्ट सेट तक बन रहा है, जहां से शूटिंग भी हो और सितारे भी उतरें।
पोस्ट-प्रोडक्शन भी होगा यहीं: मुंबई जाना नहीं पड़ेगा
3. हॉलीवुड स्टाइल तकनीक और सुविधाएं
• Video Editing Suites, Sound Design Studios, Foley Studios
• Music Recording Studios (Dolby Atmos-enabled)
• Color Grading Labs – और ये सब इंटरनेशनल लेवल की टेक्नोलॉजी के साथ
4. ग्रीन स्क्रीन से लेकर क्रोमा शूट्स तक की व्यवस्था
• एक बहुत बड़ा Soundproof Green Chroma Studio, जिससे VFX वाले सीन आसानी से बनाए जा सकें।
5. प्रोडक्शन और कास्टिंग ऑफिस भी यहीं
• Casting Director के इंटरव्यू रूम, डेकोरेशन टीम, प्रोडक्शन ऑफिस, लीगल डेस्क – सब कुछ एक ही परिसर में
• OTT प्लेटफॉर्म वालों को भी यहीं ऑफिस देने का प्रस्ताव – ताकि डीलिंग ऑन-साइट हो।
6. सुरक्षा, आराम और सुविधाएं – सब कुछ हाई क्लास
• 5-star होटल अभिनेताओं और वीआईपी मेहमानों के लिए
• Hi-Tech Gym & Wellness Center, Cafeterias & Food Courts
• अपनी फायर ब्रिगेड, डॉक्टर्स, ऐम्बुलेंस और एक छोटा लेकिन एडवांस हॉस्पिटल
और सबसे बड़ी बात:
सुरक्षा व्यवस्था टॉप क्लास, जिससे कोई “अतीक अहमद” या “शाहबुद्दीन” जैसी छाया भी पास न आए।
क्या यूपी की फिल्म सिटी, मुंबई को पीछे छोड़ देगी?
अगर देखा जाए तो जिस रफ्तार और विजन के साथ यूपी की फिल्म सिटी बनाई जा रही है, वह न केवल मुंबई की फिल्म इंडस्ट्री को टक्कर देगी, बल्कि आने वाले समय में भारत की फिल्म इंडस्ट्री का नया हब बनने के पूरे संकेत दे रही है। OTT, Cinema, Web Series, Music, Advertising – हर सेक्टर को एक ही जगह समाधान मिलेगा।
निष्कर्ष: एक उत्तर प्रदेश, सौ संभावनाएं
यूपी की फिल्म सिटी कोई हवा में बना सपना नहीं, बल्कि जमीन से जुड़ी सच्चाई है जो न केवल बॉलीवुड को नई दिशा देगी, बल्कि हज़ारों युवाओं को रोजगार, स्थानीय कलाकारों को पहचान, और भारत को एक नई ग्लोबल पहचान देगी।
अगर हर राज्य को एक योगी आदित्यनाथ जैसा दूरदर्शी नेतृत्व मिल जाए, तो भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर और विश्वगुरु बन सकता है।